कैसी विडम्बना है कि पिछले कई बरसों से हम भारत में हेलीकाप्टरों के लापता होने और फिर उनकी रात-दिन युद्ध स्तर पर खोज के समाचारों, उसमे सवार लोगों की सलामती की दुआओं, वायु सेना की सहायता, इसरो की मदद...... आदि-आदि सुर्ख़ियों के आदी हो चलें हैं, लेकिन किसी भी जिम्मेदार संस्था ने ऐसा कोई उपाय नहीं सुझाया जिससे लापता हुए विमानों और हेलीकाप्टरों को जल्द से जल्द लोकेट किया जा सके?
वहीँ दूसरी ओर पूरी दुनिया में व इस देश में भी रेडियो ट्रेकिंग सिस्टम आ चुका है जिसकी सहायता से जंगली जानवरों से लेकर, पानी में रहने वाले प्राणियों और हवा में उड़ने वाले पंछियों में टैग लगाकर उन पर नज़र रखी जाती है और उनके व्यवहार का अध्ययन किया जा रहा है. पिछले दिनों अमेरिका में कुछ भारतीय छात्रों के पैरों में भी इसी तरह की बेड़ियाँ बाँध दी गईं थी जिस पर काफी शोर-शराबा हुआ था.
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएं